गोपनीय तांत्रिक प्रयोग
गुप्त तांत्रिक प्रयोग गुप्त मंत्रों द्वारा तांत्रिकों द्वारा किया जाता है इस तांत्रिक प्रयोग में कई विधाएं होती है जिसके द्वारा वशीकरण शत्रु समन सिद्धि प्राप्ति आदि के लिए साधना की जाती है यह साधनाएं गुप्त तांत्रिक प्रयोग के रूप में होता है पर सामान्य जीवन में उल्लू को एक अनहोनी करने वाला जीव माना जाता है और शास्त्रों में उल्लू के द्वारा शुभ अशुभ का पूर्ण वर्णन है
१- यदि आप रात्रि में कहीं यात्रा कर रहे हैं और आपको राह में उल्लू आवाज करता हुआ दिखाई दे रहा है यदि उसकी आवाज होम होम की हो तो यह ध्वनि शुभ मानी जाती है क्योंकि इस ध्वनि का शुभ फल प्राप्त होता है और आपकी इच्छा पूर्ण होती है और जिस कार्य हेतु आप जा रहे हैं उस कार्य में सफलता मिलती है ।
२- यदि उल्लू किसी के घर पर बैठना प्रारंभ कर देता है तो माना जाता है वह घर उजड़ जाता है अर्थात उस घर में कोई विपत्ति आने वाली होती है या घर के मालिक पर विपत्ति आने कि संभावना सबसे अधिक होती है और इसको मृत्यु का सूचक भी माना जाता है
प्रयोग-
यदि आपको शत्रु परेशान कर रहा हो तो शनिवार की रात्रि में शिव मंदिर जाएं और पानी में नारंगी सिंदूर घोलकर गोबर के उप्पल की राख मिलाकर स्याही बना लें फिर शिवलिंग के सामने बैठकर एक कागज लेकर उसमे अनार की कलम से अपने शत्रु का नाम लिख दे और 101 बार मंत्रों का जाप करते हुए भगवान शंकर के ऊपर चढ़ा दें और अंत में इस कागज़ को किसी एकांत स्थान पर गाड़ दें और यह क्रिया आपको तीन बार करनी है ऐसा करने से आपके के शत्रु का नाश हो जाएगा और वह कभी आपको परेशान नहीं कर पाएगा।
मंत्र-
हूं ह्रौं हूंम् ह्रीं हूं फट्ट अमुक हूं ह्रौं हूं ह्रीं हूं फट् स्वः
उल्लू से टोटके –
बहुत से तांत्रिक टोटको में उल्लू का प्रयोग किया जाता है और इसके द्वारा वशीकरण उच्चाटन तंत्र मंत्र साधना आदि की जाती है
१- उल्लू का प्रयोग लोगों की मति भ्रम करने में किया जाता है जनता इसके लिए उल्लू की बलि देने के बाद उसके में सूखे माँस जिस व्यक्ति को भी खिला दिया जाता है वह भ्रमित हो जाता है और उसकी सोचने समझने की छमता समाप्त हो जाती है
२- उल्लू की रीड की हड्डी को केसर कस्तूरी कुमकुम के साथ भेजकर मिलाकर तिलक लगाने से व्यक्ति के अंदर सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है और वह किसी भी व्यक्ति को अपने वश में कर सकता है
३- कौआ और उल्लू की विष्ठा को एक साथ मिलाकर गुलाबजल में घुट कर उससे तिलक जो भी व्यक्ति करता है उसके अंदर सम्मोहन शक्ति उत्पन्न हो जाती है और वह व्यक्ति जिसके सम्मुख जाता है वह वह उसके वश में हो जाता है ।
४- यदि किसी के घर में गृह कलह करानी हो या उसके घर की शांति को भंग करना हो तो तो उल्लू के पंख को लेकर उसमें मंत्र लिखकर इस मंत्र को 100 बार जप कर आप जिस भी घर में फेंक देंगे उस घर में कलह प्रारंभ हो जाएगी और आपका शत्रु हमेशा परेशान रहेगा ।
मंत्र – ॐ उल्लिकानः विदेशयः फट स्वाहः
५- धन प्राप्ति के लिए दिवाली के दिन उल्लू की तस्वीर लाकर उसको लक्ष्मी जी के पास स्थापित कर दें और उसकी विधि विधान से पूजा करें और पूजा के पश्चात उल्लू की प्रतिमा को अपनी तिजोरी या जहां पर आप धन रखते हो वहां रख दे आप के धन में असीम बढ़ोतरी होगी एवं आप आर्थिक रुप से मजबूत होंगे ।
६- यदि आपको पति पत्नी के मध्य प्रेम को प्रगाढ़ करना है क्योंकि हर विवाहिता चाहती है कि उसका पति केवल उस पर ही अपना सर्वस्व निछावर कर दें इसके लिए आपको दिवाली के दिन पूजा के बाद उल्लू के नाखून को सिंदूर के साथ एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने बाह में बांध ले या उसको अपने सिंगारदान में यह जहां आप अपने सिंगार की वस्तुएं रखते हो वहां रख दें आप पाएंगे कि आपके पति का आकर्षण आपके प्रति बढ़ा है और पारिवारिक मतभेद समाप्त हो जाएंगे रिश्ते में स्थिरता और मजबूती आएगी ।
७- यदि आपको आपका शत्रु परेशान कर रहा हो या आपको अपने शत्रु को परास्त करना हो तो उल्लू की विष्ठा को पान में रखकर अपने शत्रु को खिला देना चाहिए ऐसा करने से आपका शत्रु परास्त हो जाएगा और आपके समर्पण आत्मसमर्पण कर लेगा ।
तंत्र प्रयोग –
१-यदि आपके घर में किसी भी प्रकार की बाधा है यह घर में कोई भूत प्रेत से पीड़ित हो तो उसको दूर करने के लिए आपको दीपावली के दिन जिस मूर्ति में लक्ष्मी जी उल्लू पर बैठी हो उस मूर्ति को लाकर पूजा स्थल पर स्थापित करना चाहिए और रात्रि में पूजा के समय लक्ष्मी जी की प्रतिमा के समक्ष लाल चंदन की माला से 1000 मंत्रों को जपना चाहिए इन मंत्रों का जप करने से आपके घर की समस्त बाधाएं समाप्त हो जाएंगी एवं घर में सुख सुविधा ऐश्वर्य विद्या वास होगा
मंत्र –
ॐ नमोह् कालरात्रियः सर्वभूतः बाधाये किया कराय नजर ढीठ पलायनः कुरु कुरु हूं फट स्वाहः
२- यदि आपका बुरा समय चल रहा है और इस दुर्भाग्य के कारण आपका कोई कार्य नहीं हो पा रहा है जिस कारण आप हताश-निराश और जीवन से दुखी हो गए हैं इसके लिए आपको सर्वप्रथम किसी नदी में स्नान कर स्वच्छ होकर उसी नदी के किनारे रक ऊन के आसन पर बैठ जाएं और अपने सामने उल्लू पर बैठी लक्ष्मी जी की प्रतिमा स्थापित करें और कमलगट्टे की माला से महालक्ष्मी के मंत्रों बाराह सौ बार जप करे धीरे-धीरे आप देखेंगे कि आपका दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल गया है आपको धन की प्राप्ति ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी आप के समस्त कार्य सिद्ध होंगे
मंत्र –
ॐ नमोहः उल्लुकवाहिनी विष्णु प्रियः भगवती लक्ष्मी दए ममः दुर्भाग्यनाशायः नाशायः सौभाग्यः वृद्धि कुरु कुरु स्वाहः
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