Durga Mantra | माँ दुर्गा मंत्र
देवी दुर्गा को आदि शक्ति भी कहा जाता है जिसकी तुलना परम ब्रह्म से की जाती है | देवी दुर्गा अंधकार को दूर करने वाली व अज्ञानता रुपी राक्षसों से रक्षा करने वाली परम शक्ति का स्वरुप है | माँ दुर्गा की आराधना आपके सभी कष्टों को दूर करने में सक्षम है | माँ दुर्गा अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न होकर उन्हें फलीभूत करती है | जो भक्त दिल से माँ दुर्गा की भक्ति आराधना करता है उसके जीवन से हर प्रकार के दुःख स्वतः ही दूर होने लगते है | भक्त भिन्न-भिन्न प्रकार से माँ दुर्गा की उपासना करते है जैसे : दुर्गा जी की आरती द्वारा, दुर्गा चालीसा पाठ द्वारा, भजन द्वारा और मंत्र जप के माध्यम से | मंत्र जपके माध्यम से की गयी दुर्गा उपासना सबसे शीघ्र प्रभावी है | आइये जानते है माँ दुर्गा के कुछ चमत्कारी मंत्रो के विषय में : –
हर प्रकार के कल्याण हेतु मंत्र : –
“सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते॥”
भय नाश के लिए मंत्र :-
“सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते। भयेभ्याहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते॥
महामारी नाश के लिए मंत्र :-
जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥
पाप नाश के लिए मंत्र :-
हिनस्ति दैत्यतेजांसि स्वनेनापूर्य या जगत्। सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्योऽन: सुतानिव॥
विघ्ननाशक मंत्र:-
सर्वबाधा प्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरी। एवमेव त्याया कार्य मस्माद्वैरि विनाशनम्॥
हर प्रकार की बाधा दूर करने का मंत्र : –
सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धन धान्य सुतान्वित: | मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यती न संशय: ||
माँ दुर्गा-सर्व-बाधा -मुक्ति मंत्र का जप करने के फायदे: यदि आप बाधाओं और जीवन में चीज़ो के देरी से होने से परेशान हैं, तो दुर्गा-सर्व-बाधा -मुक्ति मंत्र बहुत महत्वपूर्ण है। इस मंत्र में आपके जीवन में सभी दुःखों को दूर करने और खुशी और समृद्धि की दिशा में काम करने की शक्ति है। इसके अलावा, यदि आप एक बच्चे के लिए योजना बना रहे हैं, लेकिन गर्भधारण करने में असमर्थ है, तो इस मंत्र का जप करने से मदद मिलेगी।
विपत्ति नाश के लिए :-
शरणागतर्दिनार्त परित्राण पारायणे। सर्व स्यार्ति हरे देवि नारायणि नमोऽतुते॥
कामना सिद्धि मंत्र : –
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ।।
माँ दुर्गा के उपरोक्त मन्त्रों में से किसी भी एक मंत्र को चुन ले | अब नियमित रूप से एक निश्चित समय बनाकर इस मंत्र का जपकरें | 41 दिन तक एक निश्चित मात्रा में नियमित रूप से मंत्र जप करने से माँ दुर्गा की असीम कृपा प्राप्त होती है | आपकी कोई भी समस्या हो स्वतः ही हल हो जाती है | मंत्र साधना के लिए भी आप इनमें से किसी मंत्र का चुनाव कर सकते है | एक ही मंत्र का जप करें बार-बार या कुछ दिनों में मंत्र का बदलाव न करें | ऐसा करने से स्वयं आप का भी भरोसा मन्त्रों की शक्ति से उठने लगता है | इसलिए ध्यान दे : एक मंत्र का जप पूर्ण निष्ठा और द्रढ़ संकल्प के साथ करना चाहिए |
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